मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने प्रवासी राजस्थानी दिवस-2025 की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और सम्बंधित अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पर पूर्ण गुणवत्ता के साथ करने के निर्दे’k दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषित प्रवासी राजस्थानी दिवस का पहला आयोजन 10 दिसम्बर, 2025 को जेईसीसी, जयपुर में प्रस्तावित है और यह कार्यक्रम समूचे विश्व में बसे प्रवासी राजस्थानियों को राज्य के विकास से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
बैठक में बताया गया कि इस अवसर पर लगभग 4500 प्रतिभागियों के आने की संभावना है, जिनमें प्रवासी राजस्थानी, उद्योगपति, केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल होंगे। उद्घाटन सत्र में आरआर-जीआईएस 2024 में प्राप्त एमओयूज़ के आधार पर तैयार ‘कॉफी टेबल बुक’ का लोकार्पण किया जाएगा, जिसमें लगभग 1500 परियोजनाओं को शामिल किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रवासी राजस्थानी सम्मान पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
इसी सत्र में राज्य सरकार की 13 नई नीतियों जैसे, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर पॉलिसी, एनआरआर पॉलिसी, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति, एआई-एमएल पॉलिसी, इंडस्ट्रियल पॉलिसी, नई पर्यटन नीति, स्पोर्ट्स पॉलिसी, ग्रीन ग्रोथ क्रेडिट पॉलिसी, ट्री आउटसाइड फारेस्ट एंड एग्रो फॉरेस्ट्री पॉलिसी, राजस्थान ट्रेड प्रमोशन पॉलिसी, टेक्निकल स्किल पॉलिसी, सेमीकंडक्टर पॉलिसी तथा एयरो स्पेस एंड डिफेन्स पॉलिसी लॉंच होगी।
मुख्य सचिव ने सभी आठ सेक्टोरल सत्रों की तैयारियों की भी विस्तार से समीक्षा की। एनआरआर सत्र में वैश्विक प्रवासी समुदाय की भूमिका, निवेश और उद्यमिता के अवसर, विकसित राजस्थान -2047 के लिए प्रवासी युवाओं की भूमिका जैसे विषयों पर चर्चाएँ प्रस्तावित हैं। शिक्षा सत्र में बिट्स पिलानी, आईआईएम उदयपुर, आईआईटी जोधपुर, एमिटी आदि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ नवाचार, कौशल-विकास और गुणवत्ता शिक्षा की दिशा पर चर्चा करेंगे। पर्यटन सत्र में सतत् पर्यटन, डिजिटल सुविधा, होटल निवेश, वैश्विक कनेक्टिविटी और राजस्थान को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने के विषयों पर वरिष्ठ उद्योगपतियों और पर्यटन विशेषज्ञों द्वारा विचार रखे जाएंगे।
स्वास्थ्य सत्र में भविष्य की स्वास्थ्य सेवाओं, चिकित्सा अनुसंधान, क्लिनिकल इनोवेशन और प्रवासी चिकित्सकों की भागीदारी पर विभिन्न संस्थानों के वक्ता सुझाव देंगे। उद्योग सत्र में हिंदुस्तान जिंक, वेलस्पन, जेके सीमेंट, एयू स्माल फाइनेंस बैंक, बोरोसिल, टिटागढ़ रेल, श्री सीमेंट, पिरामल तथा जेसीबी इंडिया सहित देश के प्रमुख उद्योग समूह भाग लेंगे। जल संसाधन सत्र में स्वच्छ पेयजल, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, शहरी जल संरचना और जल जीवन मिशन से जुड़े विषयों पर प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी।
बैठक में निमंत्रण, पंजीकरण और पुष्टिकरण की स्थिति पर भी चर्चा की गई। अब तक कुल 15,435 निमंत्रण भेजे जा चुके हैं, 3260 लोगों ने पंजीकरण कराया है। प्रवासी राजस्थानियों से संपर्क और फॉलो-अप के लिए 17-सदस्यीय कॉलिंग टीम तैनात की गई है। कुल 5775 बैज तैयार किए जा रहे हैं, जिनमें गेस्ट ऑफ ऑनर, विशेष आमंत्रित, प्रतिनिधि, मीडिया, सरकारी अधिकारी, सेवा कर्मचारी, आयोजक और प्रोटोकॉल अधिकारियों की अलग-अलग श्रेणियाँ निर्धारित हैं।
मुख्य सचिव ने विभागवार तैयारियों की प्रगति पर भी विस्तृत समीक्षा की। उद्योग विभाग की ओर से बताया गया कि जेईसीसी का लेआउट और सेक्टरल सत्रों की संरचना अंतिम रूप में है। स्टेज सेटअप, लॉजिस्टिक्स, कंट्रोल रूम, ब्रांडिंग तथा कैंप ऑफिसेस की तैयारी प्रगति पर है। नगरीय विकास विभाग, जेडीए और जेएमसी द्वारा जेईसीसी के आसपास लैंडस्केपिंग, महत्वपूर्ण सड़कों का रख-रखाव, सौंदर्यकरण, प्रमुख भवनों की लाइटिंग, सार्वजनिक स्थानों की सफाई और आवश्यक साइनज लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जीएडी द्वारा राज्य अतिथियों के लिए होटल बुकिंग, वाहनों की उपलब्धता, एयरपोर्ट प्रोटोकॉल डेस्क और सरकारी गैस्ट हाउसों की व्यवस्था पूरी की जा रही है। गृह विभाग और पुलिस द्वारा वीवीआईपी आवागमन, ट्रैफिक प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था, वैकल्पिक मार्ग और सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित किया गया है। डीआईपीआर द्वारा मुख्य आयोजन हेतु मीडिया योजना, मीडिया रजिस्ट्रेशन, मीडिया सेंटर और लॉजिस्टिक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। डीओआईटी द्वारा स्थल पर हाई-स्पीड इंटरनेट, वीसी समर्थन और तकनीकी अधिकारियों की तैनाती की तैयारी जारी है।
मुख्य सचिव ने विभागों को निर्देश दिए कि सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों के पंजीकरण को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए। सभी विभाग 30 नवम्बर तक ‘प्रगति पथ’ क्षेत्र और सेक्टोरल सत्रों के लिए अपनी उपलब्धियों पर आधारित संक्षिप्त ऑडियो-विजुअल उपलब्ध कराएं। केंद्र सरकार के मंत्रियों, अधिकारियों और प्रमुख वक्ताओं की पुष्टि तत्काल उद्योग विभाग को भेजी जाए। इसके साथ ही सभी विभाग कार्यक्रम से संबंधित सामग्री को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए आयोजन के व्यापक प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाएँ। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी दिवस राज्य की गरिमा और अंतरराष्ट्रीय पहचान से जुड़ा आयोजन है और सभी विभागों द्वारा उत्कृष्ट समन्वय एवं उच्च स्तर की तैयारियों से इसे सफल बनाया जाएगा।


