राजस्थान शासन में बड़ा प्रशासनिक बदलाव हुआ है। वरिष्ठ IAS अधिकारी वी श्रीनिवास ने सोमवार को राजस्थान के नए मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। इसके साथ ही निवर्तमान मुख्य सचिव सुधांश पंत को आधिकारिक रूप से रिलीव कर दिया गया। चार्ज लेने से पहले दोनों अधिकारियों ने सचिवालय भवन के प्रवेश द्वार स्थित गणेश मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की।
चार्ज संभालने के बाद मुख्य सचिव श्रीनिवास ने वरिष्ठ IAS अधिकारियों के साथ पहली बैठक की, जबकि सचिवालय में IAS एसोसिएशन की ओर से सुधांश पंत को औपचारिक विदाई दी गई। अब पंत दिल्ली में कैबिनेट सचिवालय में विशेष अधिकारी (OSD) के रूप में नई जिम्मेदारी निभाएंगे।
“राजस्थान मेरी कर्मभूमि, 22 वर्ष की आयु में आया था”—वी श्रीनिवास

कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्य सचिव वी श्रीनिवास ने कहा—
“मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताते हुए यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी। प्रधानमंत्री का भी धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझे केंद्र सरकार में कई अहम विभागों की जिम्मेदारी दी। राजस्थान मेरी कर्मभूमि है—मैं यहां 22 साल की उम्र में आया था और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।”
उन्होंने बताया कि उनका प्रोबेशन नागौर में हुआ था। इसके बाद वे भीलवाड़ा में उपखंड अधिकारी, आयोजन विभाग, वित्त विभाग, स्वास्थ्य विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान कर बोर्ड और राजस्व मंडल में भी अहम जिम्मेदारियों पर तैनात रहे।
“सुधांश पंत मेरे घनिष्ठ मित्र”—मुख्य सचिव
वी श्रीनिवास ने निवर्तमान मुख्य सचिव पंत की सराहना करते हुए कहा—
“सुधांश पंत मेरे घनिष्ठ मित्र हैं। कैडर में आने से लेकर अब तक हमारे बहुत अच्छे संबंध रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि उन्हें कई दिग्गज मुख्य सचिवों जैसे VBL माथुर, मीठालाल मेहता, राजीव महर्षि और सीएस राजन के साथ नजदीक से काम करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें प्रशासनिक समझ को और मजबूती देने का मौका मिला।
ग्रोथ रेट, निवेश और ‘विकसित राजस्थान 2047’ पर रहेगा फोकस
मुख्य सचिव ने कहा कि अब उनका प्रमुख लक्ष्य होगा—
राजस्थान का ग्रोथ रेट बढ़ाना,अधिक निजी निवेश आकर्षित करना,और सरकार के महत्वाकांक्षी विज़न ‘विकसित राजस्थान 2047’ को जमीनी स्तर पर उतारना।

उन्होंने कहा कि राजस्थान हमेशा से उत्कृष्ट प्रशासन वाला राज्य रहा है। यहां किए गए कई नवाचारों को केंद्र सरकार ने भी अपनाया है। श्रीनिवास ने जन विश्वास बिल, राज्य का जनसंपर्क पोर्टल और अन्य प्रशासनिक सुधारों का उल्लेख किया।
राइजिंग राजस्थान के एमओयू को जमीन पर उतारने की तैया
मुख्य सचिव ने कहा—
“राइजिंग राजस्थान में हुए निवेश समझौतों को जमीन पर उतारना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। गरीब, किसान, महिलाएं और युवा—इनको केंद्र में रखते हुए नीतियों का लागू होना सुनिश्चित किया जाएगा। विभागों के बीच तालमेल मजबूत करने और प्राथमिकता वाले सेक्टर में समग्र विकास सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।”


