उप मुख्यमंत्री एवं महिला एवं बाल मंत्री दिया कुमारी की अध्यक्षता में तथा महिला एवं बाल विकास प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा एवं निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं वासुदेव मालावत एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में शुक्रवार को शासन सचिवालय में निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) की बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
उपमुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि आँगनबाड़ी सहायिका व कार्यकर्ता, महिला पर्यवेक्षक, सीडीपीओ और उपनिदेशकों का क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण दिया जाए एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदायगी सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों के आधारभूत सुविधाएं विकसित करने के कार्यों को गति प्रदान की जाए। उन्होंने डेटा फीडिंग में गुणात्मक सुधार हेतु निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारभूत ढांचागत सुधार करने के लिए पूर्णप्रतिबद्धता से कार्य किया जा रहा है जिसे और गति प्रदान की जाए।
आईसीडीएस द्वारा 2 हजार 365 आंगनबाड़ी केंद्रों को 46 करोड रुपए व्यय कर आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस वर्ष राज्य में आपदा प्रबंधन निधि से 7 हजार 918 आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत हेतु 172 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। विभाग द्वारा समसा के माध्यम से 3 हजार 33 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 50 करोड रुपए की लागत से मरम्मत के कार्य करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा 2 हजार 9 सौ 63 आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्य विभिन्न माध्यमों से मरम्मत कार्य करवाये जा रहें हैं। प्रदेश में लगभग 13 हजार 900 से अधिक केंद्रों भवनों पर भवन मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण के कार्य करवाये जा रहे है।


