बॉलीवुड की जानी-मानी गायिका पलक मुच्छल सिर्फ़ अपनी मधुर आवाज़ के लिए ही नहीं, बल्कि अपने बड़े दिल और समाज सेवा की भावना के लिए भी जानी जाती हैं। वह जितना भी कमाती हैं, उसका अधिकांश हिस्सा गरीब बच्चों की दिल की सर्जरी में खर्च करती हैं। अब तक पलक 3800 से ज़्यादा बच्चों को नई ज़िंदगी दे चुकी हैं।
पलक ने सोशल मीडिया पर बताया कि उनकी यह मुहिम सिर्फ एक फाउंडेशन नहीं, बल्कि उनके जीवन का उद्देश्य है। उन्होंने लिखा कि “जब तक हर बच्चे का दिल स्वस्थ नहीं हो जाता, तब तक मेरा मिशन जारी रहेगा।”

‘पलक-पलाश चैरिटेबल हार्ट फाउंडेशन’ का कर रही संचालन
पलक अपने भाई पलाश मुच्छल के साथ मिलकर ‘पलक-पलाश चैरिटेबल फाउंडेशन’ चलाती हैं। इस फाउंडेशन के माध्यम से अब तक हजारों बच्चों की सर्जरी कराई जा चुकी है और कई बच्चे अभी भी वेटिंग लिस्ट में हैं। वह लगातार वीडियो और पोस्ट के ज़रिए लोगों से डोनेशन की अपील करती रहती हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि “अगर हर व्यक्ति सिर्फ़ 100 रुपये भी डोनेट करे, तो हम मिलकर एक बच्चे की जान बचा सकते हैं।”
स्टेज शो से आने वाली कमाई होती है बच्चों के इलाज में खर्च
पलक के पति संगीतकार मिथुन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि पलक अपने स्टेज शो से जो भी कमाई करती हैं, उसे बच्चों की सर्जरी में लगा देती हैं। कभी-कभी जब शो नहीं होते, तो वह अपनी सेविंग्स से पैसा निकालकर भी बच्चों का इलाज करवाती हैं। मिथुन ने बताया, “पलक का बच्चों के प्रति एक अलग भाव है, वो नहीं चाहती कि कोई बच्चा पैसों की कमी से दम तोड़ दे।”
गिनीज बुक और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज नाम
साल 2013 में पलक ने करीब ढाई करोड़ रुपये जुटाकर 572 बच्चों की हार्ट सर्जरी कराई थी। इसी मानवीय कार्य के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ।
प्रेरणा बना एक बचपन का दृश्य
पलक के मन में यह भावना तब आई जब उन्होंने बचपन में गरीब बच्चों को ट्रेन में डब्बे साफ करते देखा। तभी उन्होंने तय कर लिया कि वह ज़रूरतमंद बच्चों की मदद ज़रूर करेंगी।
पलक ने 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान शहीदों के परिवारों के लिए गाना गाकर फंड जुटाया था। तब से लेकर अब तक उनकी यह सेवा यात्रा जारी है—एक सुर, एक धड़कन और एक नई ज़िंदगी के साथ।


