दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को हुए कार धमाके के बाद राजस्थान में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बाड़मेर, भरतपुर और अलवर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है, जबकि सीमावर्ती सिरोही में सुरक्षा इंतज़ामों में कमी पाई गई है। राज्य भर में रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सीमावर्ती जिला बाड़मेर में सोमवार देर रात से ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमों ने रेलवे स्टेशन और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। यात्रियों के बैग, आईडी कार्ड और वाहनों की जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर पहुंचे और सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया। आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि स्टेशन पर हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, और 24 घंटे का विशेष सुरक्षा सिस्टम सक्रिय है।

अलवर में भी पुलिस ने रेलवे स्टेशन और प्रमुख बाजारों में फ्लैग मार्च निकाला। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी और एडिशनल एसपी शरणं कांबले ने सुरक्षा इंतज़ामों का जायज़ा लिया। यात्रियों और वाहनों की सघन जांच की जा रही है। कांबले ने बताया कि संभावित आतंकी खतरे को देखते हुए जिले में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
भरतपुर में आरपीएफ इंचार्ज प्रदीप कुमार तिवारी के नेतृत्व में डॉग स्क्वाड टीम ने रेलवे स्टेशन पर तलाशी अभियान चलाया। दिल्ली से आने वाली सभी ट्रेनों के हर डिब्बे की जांच की गई। प्लेटफॉर्म, वेटिंग एरिया और टिकट काउंटरों पर जवान लगातार निगरानी रखे हुए हैं।

राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा ने सभी जिलों के एसपी और रेंज अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि संवेदनशील इलाकों, मॉल्स, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जाए। बीडीएस (बम डिस्पोज़ल स्क्वाड) और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
वहीं, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में कहा— “दिल्ली धमाका बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, इसके पीछे कितनी भी ताकतें हों, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं और बहुत जल्द पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा।”


