पीएम मोदी ने वाराणसी से चार वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा, “अब तो विदेशी यात्री भी वंदेभारत को देखकर अचंभित होते हैं। वंदेभारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन है। पहले क्या हम ये कर सकते थे? ये सब तो विदेश में होता था। अब हम कर रहे हैं, हमारे यहां बन रही हैं न।”
पीएम मोदी ने ‘नमः पार्वती पतये’ से भाषण की शुरुआत की। करीब 18 मिनट तक संबोधन दिया। पीएम ट्रेन में स्कूल के छात्रों से भी मिले। उन्होंने बच्चों से बातचीत की। इस दौरान एक बच्चे ने पीएम को कविता सुनाई। पीएम ने बच्चे के कंधे पर हाथ रखकर कविता सुनी। बच्चे का उत्साह बढ़ाने के लिए वे लगातार चुटकी बजाते रहे।
पीएम ने जिन ट्रेनों की शुरुआत की, वे वाराणसी से खजुराहो, फिरोजपुर-दिल्ली, एर्नाकुलम-बेंगलुरु और लखनऊ से सहारनपुर के बीच चलेंगी। वाराणसी को यह 8वीं वंदे भारत ट्रेन मिली है। वाराणसी में मोदी का यह इस साल का 5वां और यहां के सांसद रहते 53वां दौरा है।
पीएम शुक्रवार शाम 5 बजे वाराणसी पहुंचे। वे एयरपोर्ट से बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) गेस्ट हाउस तक सड़क मार्ग से पहुंचे। 27 किमी लंबे इस रूट पर जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने पीएम का स्वागत किया।
1. तीर्थ यात्राएं केवल देवदर्शन का मार्ग नहीं, बल्कि भारत की आत्मा को जोड़ने की परंपरा हैं
पीएम ने कहा, “हमारे भारत में सदियों से तीर्थ यात्राओं को देश की चेतना का माध्यम माना गया है। ये यात्राएं केवल देवदर्शन का मार्ग नहीं हैं, बल्कि भारत की आत्मा को जोड़ने वाली पवित्र परंपरा हैं। प्रयागराज, अयोध्या, हरिद्वार, चित्रकूट, कुरुक्षेत्र जैसे अनगिनत तीर्थ क्षेत्र हमारी आध्यात्मिक धारा के केंद्र हैं।
आज जब ये पावन धाम वंदे भारत के नेटवर्क से जुड़ रहे हैं, तो यह भारत की संस्कृति, आस्था और विकास को जोड़ने का काम कर रहा है। यह भारत की विरासत वाले शहरों को देश के विकास का प्रतीक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।”
2. वंदेभारत जैसी ट्रेनें रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव रख रही हैं
पीएम ने कहा, “दुनियाभर के विकसित देशों में आर्थिक विकास का सबसे बड़ा कारण वहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर है। अब मान लीजिए कोई इलाका है, जहां ट्रेन नहीं जाती। वहां जैसे ही रेलवे लाइन बन जाएगी, ट्रेन चलने लगेगी, तो उसका विकास शुरू हो जाएगा।
कितने एयरपोर्ट बने, कितनी वंदेभारत ट्रेनें चल रही हैं, कितने देशों से हवाई जहाज आ रहे हैं, यह सब भी बहुत जरूरी है। आज भारत इसी कड़ी में तेजी से विकास कर रहा है। वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें भारतीय रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव तैयार कर रही हैं। ये भारतीय रेलवे को बदलने का एक बड़ा अभियान है।”
पीएम मोदी ट्रेन में स्कूल के छात्रों से मिले। उन्होंने बच्चों से बातचीत की। इस दौरान एक बच्चे ने पीएम मोदी को कविता सुनाई। पीएम ने बच्चे के कंधे पर हाथ रखकर कविता सुनी। बच्चे का उत्साह बढ़ाने के लिए वे लगातार चुटकी बजाते रहे।


